धर्मांतरण का बना रहा था दबाव
उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में 40 साल का एक ईसाई धर्म प्रचारक पकड़ा गया है। उसकी पहचान आशीष जॉन के तौर पर हुई है। वह 20 साल पहले ईसाई बना था। उस पर पडोसी संजय द्विवेदी पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डालने और लालच देने का आरोप है।
द्विवेदी की शिकायत मिलने के बाद आशीष जॉन को गिरफ्तार किया गया। मामला महोबा के पनवाड़ी थाना क्षेत्र के ठाकुरदास मोहल्ला का है। रिपोर्टों के अनुसार द्विवेदी कई दिनों से बीमार चल रहा था। आशीष जॉन को इस बात की जानकारी थी। आरोप है कि आशीष बीमारी ठीक करने और व्यापार के लिए पैसा देने का लालच दे धर्म परिवर्तन का दबाव बना रहा था। पुलिस ने आरोपित को धर्म परिवर्तन प्रतिरोध अध्यादेश 2020 की धारा 3, धारा 5 के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।
द्विवेदी ने शिकायत में कहा है कि उसे लगातार सिरदर्द की शिकायत रहती है। एक महीने पहले उसने इसके बार में आशीष जॉन को बताया तो उसने एक ड्रिंक दी। हाल ही में आरोपित ने कथित तौर पर शिकायतकर्ता से फिर से उसके दर्द के बारे में पूछा। जब द्विवेदी ने कहा कि ड्रिंक से कोई फायदा नहीं हुआ, तो जॉन ने इस समस्या को दूर करने के लिए उसे ईसाई धर्म अपनाने को कहा।
पुलिस ने बताया कि कुछ दिनों बाद जॉन ने कथित तौर पर द्विवेदी को अपने साथ चर्च चलने को कहा। जब शिकायतकर्ता ने मना कर दिया तो जॉन ने उससे कहा कि उसका सिरदर्द कभी ठीक नहीं होगा। पुलिस ने कहा कि आरोपित ने कथित तौर पर अपने पड़ोसी से कहा कि उसे व्यवसाय शुरू करने के लिए 12,000 रुपए मिलेंगे। इसके अलावा उसने उसे कुछ धार्मिक किताबें भी दीं। हिंदू संगठनों की सूचना पर पहुँची पुलिस ने आरोपित को दबोच लिया।
गौरतलब है कि पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के बहराइच में तीन हिंदू परिवारों ने ईसाई धर्म अपना लिया था। रिसिया थाना क्षेत्र के एक गाँव में परिवार की महिला ने ईसाई धर्म अपना लिया। इसके बाद वह परिवार के बाकी लोगों पर धर्मान्तरण करने का दवाब बनाने लगी। इसके बाद परिजनों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और जिले के कलेक्टर को पत्र लिखकर मदद की गुहार लगाई थी। बबलू ने जिलाधिकारी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर अपने छोटे भाई की पत्नी के धर्मान्तरण करने और घर के बाकी सदस्यों पर भी धर्म परिवर्तन करने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया था।
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