Monday 23 July 2018

धर्मांतरण का बडा खेल : जौनपुर के एक गांव में हिंदुओं के ९५ प्रतिशत परिवार हो गए ईसाई !



जौनपुर (उत्तरप्रदेश) – जिले में ईसाई मिशनरियां गुपचुप किंतु बहुत ही कारगर ढंग से अपनी मुहिम में जुटी हैं। साप्ताहिक सामूहिक प्रार्थना सभा की आड में धर्मांतरण का खेल चल रहा है। डोभी विकास खंड के ग्राम सभा हरिहरपुर के बढय़ापार गांव के अधिसंख्य बाशिंदों को बहला-फुसला व प्रलोभन देकर ईसाई बना दिया है। यह जानकर हैरत होगी कि इस पुरवा में कभी १०० परिवार हिंदू थे अब बचे हैं सिर्फ पांच। धर्मांतरण कर चुके परिवार बडी बेबाकी से इस बात को कुबूल भी कर रहे हैं।
कही-सुनी से पता चलने के बाद हकीकत पता की गई तो मालूम हुआ कि कभी हिंदू बहुल गांव अब ईसाई मतावलंबियों का गढ बन चुका है। पूरे गांव में अब महज चार या पांच ही हिन्दू धर्मानुयायी कुनबे बचे हैं। ऐसा भी नहीं है कि वे इस बात को छिपाते हैं। बड़ी साफगोई से स्वीकार करते हैं कि हां, हम धर्म परिवर्तन कर चुके हैं। गांव में लाल बहादुर के घर हर सप्ताह प्रार्थना सभा भी होती है। भूलनडीह गांव में ईसाई मिशनरी से जुड़ा दुर्गा यादव भी प्रार्थना सभा कराता है। हर रविवार व मंगलवार को होने वाली प्रार्थना सभा का गुपचुप तरीके से प्रचार-प्रसार बढता गया। आज हालत यह है कि इसमें लगभग पांच हजार की भीड जुटती है। चंदवक के निकट जमुनीबारी गांव के मैदान में हर शुक्रवार को प्रार्थना सभा होती है। ग्राम सभा हरिहरपुर के प्रधान शिव बालक यादव ने इस बारे में पूछने पर कहा कि इसकी उन्हें जानकारी नहीं थी।
स्त्रोत : जागरण

Sunday 8 July 2018

झारखंड : आदिवासी बहुल गांव में धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास करनेवाले १६ र्इसार्इ गिरफ्तार


झारखंड के दुमका जिले के शिकारीपाडा थाना क्षेत्र में धर्म परिवर्तन कराने के प्रयास के आरोप में १६ लोगों को गिरफ्तार किया गया है । गिरफ्तार लोगों में सात महिलाएं हैं । सभी आरोपियों के विरोध में आईपीसी की धारा २९५(ए)/३४ और झारखंड धर्म स्वतंत्र अधिनियम की धारा ४ के तहत केस दर्ज किया गया है । पुलिस ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा है ।
जानकारी के अनुसार, मामला नक्सल प्रभावित शिकारीपाडा थाना क्षेत्र के आदिवासी बहुल गांव फूलपहाडी का है । आरोप है कि, यहां ईसाई धर्म का प्रचार करने पहुंचे मिशनरियों ने ग्रामीणों का धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास की । ग्रामीणों ने उन्हें बंधक बना लिया और पुलिस को सूचना दे दी । मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया ।
फूलपहाडी गांव के ग्राम प्रधान रमेश मुर्मू ने शिकारीपाडा थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई है । शिकायतकर्ता के अनुसार, गुरुवार की शाम तकरीबन ७ बजे एक मिनी बस पर सवार होकर सभी धर्म प्रचारक गांव पहुंचे थे । पूछने पर बताया कि, उन लोगों को ऊपर से ही आदेश प्राप्त है । किसी भी गांव में कभी भी जाकर अपना काम कर सकते हैं ।
ग्रामीणों के साथ थाना पहुंचे श्याम मरांडी ने कहा कि, इन लोगों की मंशा रात में धर्म परिवर्तन कराने की थी, जो सफल नहीं हो सकी । उन्होंने कहा कि, मिशनरियों ने फूलपहाडी गांव के बीच में माइक लगाकर ईसाई धर्म का प्रचार शुरू कर दिया । वहीं, एक मिशनरी बिरेंद्र हेमब्राम का कहना है कि, वो लोग केवल ईसाई धर्म की अच्छी बातों को लोगों तक पहुंचाना चाहते थे । वहीं, आरोपी धर्म प्रचारक बीरेंद्र हेम्ब्रम ने स्वीकार किया कि, वे लोग अपनी पूरी टीम के साथ गांव में धर्म प्रचार करने आये थे ।
उधर, सदर थाना के इंस्पेक्टर रामपूजन सिंह ने कहा कि सभी १६ आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है । इन आरोपियों में ७ महिलाएं और ९ पुरुष शामिल हैं । फिलहाल मामले की जांच जारी है ।
स्त्रोत : न्यूज १८

Thursday 1 March 2018

देहली : पैसाें का लालच देकर ईसाई मिशनरी ने किया १२० सिख परिवारों धर्म परिवर्तन

HURSDAY, MARCH 1, 2018



नई देहली : देहली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी (डीएसजीपीसी) ने आरोप लगाया है कि सुल्तानपुरी और कल्याणपुरी क्षेत्र में ईसाई मिशनरियों ने १०० से ज्यादा सिकलिगर सिखों का धर्म परिवर्तन कराया है । आरोप है कि, गरीब सिख परिवारों को पैसों का लालच देकर धर्म परिवर्तन कराया है ! इसे देखते हुए अब डीएसजीपीसी ने देहली पुलिस से इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की है ।
उधर देहली पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि उन्हें इस तरह के किसी मामले की जानकारी नहीं है और ना ही ऐसे किसी मामले की पुलिस अभी कोई जांच कर रही है । हालांकि स्थानीय सूत्रों का दावा है कि मीडिया में इस बाबत खबर आने के बाद सादे कपड़ों में आए कुछ पुलिसवालों ने सोमवार को सुल्तानपुरी क्षेत्र में धर्मांतरित हुए सिख परिवारों से कुछ पूछताछ की है, मगर आधिकारिक तौर पर पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है !
डीएसजीपीसी के महासचिव और विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने सोमवार को कहा कि सुल्तानपुरी क्षेत्र में ५० से ज्यादा और कल्याणपुरी क्षेत्र में ६० से ज्यादा सिकलिगर सिखों को ईश्वर की मदद के नाम पर गुमराह करके उनका धर्म परिवर्तन कराया गया है । उन्होंने कहा कि कमिटी के ध्यान में यह बात आयी है कि ईसाई मिशनरी योजना के तहत बेरोजगारी और आर्थिक तंगी से जूझ रहे गरीब और जरूरतमंद सिकलिगर सिख परिवारों को निशाना बना रहे हैं और इन परिवारों की आर्थिक सहायता करके उन्हें ईश्वर की ओर से मदद हासिल करने के नाम पर ईसाई धर्म अपनाने के लिए कहते हैं !
डीएसजीपीसी के महासचिव और विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा
उन्होंने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मसला बताते हुए कहा कि वह देहली पुलिस को भी इस मामले में तुरंत कार्रवाई करने के लिए कहेंगे, ताकि किसी तरह के टकराव की स्थिति उत्पन्न ना हो । हालांकि मिशनरीज की आेर से अभी तक इस मामले में कोई बयान नहीं आया है और ना ही कोई खंडन या सफाई दी गई है !
स्थानीय डीसीपी राजेंद्र सिंह सागर ने कहा है कि अभी तक यह मामला उनके संज्ञान में नहीं आया है, परंतु अगर ऐसी कोई खबर है, तो पुलिस उसकी तह तक जाने की कोशिश करेगी और जांच करके यह पता लगाएगी कि इसमें कितनी सच्चाई है । इस बीच सिकलिगर वेलफेयर सोसायटी के प्रेसिडेंट पप्पू सिंह ने इस बात की पुष्टि की है । उन्होंने आरोप लगाया है कि अमन विहार क्षेत्र में ईसाईयों ने कुछ कमरे भाडे पर ले रखे हैं और वहीं से यह पूरा मिशन चलाया जा रहा है !
स्त्रोत : नवभारत टाईम्स